Wednesday, 7 May 2025

अर्थव्यवस्था की सुदृढ़ नव शिराएं

 अर्थव्यवस्था की सुदृढ़ नव शिराएं


उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने विकास का एक नया मॉडल खड़ा किया है। इसमें कानून-व्यवस्था, परिवहन, शिया-स्वास्थ्य और नीतिगत सुगमता जैसी बुनियादी बातों में सुधार के साथ स्थानीयता को प्रदेश के विकास का आधार बनाने की सोच है। इस रणनीति से उत्तर प्रदेश भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए उत्प्रेरक बनने की स्थिति में आ गया है

उत्तर प्रदेश उद्योगपतियों के लिए एक दुःस्वप्न से कम नहीं था जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था में विश्वास रखने वालों के लिए एक स्वर्ग के अनुरूप परिवर्तित कर दिया है। योगी जी के विकास मॉडल ने साढ़े चार वर्षों में प्रदेश में सिर्फ परिस्थितियां बदली हैं, बल्कि छवि और सोच भी बदल दी है।

कानून-व्यवस्था

वर्ष 2017 में जब पहली बार योगी जी की सरकार उत्तर प्रदेश में बनी, तब यहां गुण्डा राज था, उगाही अपनी चरम सीमा पर थी और संगठित अपराध का बोलबाला था। योगी जी की दृढ़ इच्छाशक्ति और कठोर कदमों ने माफिया की कमर तोड़ दी। इनका स्थान या तो जेल में रह गया या फिर वे परलोक सिधार गए। अब तक इनकी 1,848 करोड़ रुपये की अवैध सम्पति जब्त कर ली गई है।

परिवहन सुधार

आज प्रदेश में एक्सप्रेसवे, एफएनजी सड़क, पेरीफेरल सड़कों का अद्वितीय संजाल तैयार है। विश्वस्तरीय फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण, मल्टी मॉडल ट्रान्सपोर्टेशन हब की स्थापना कभी उत्तर प्रदेश में सोची ही नहीं गई थी। जेवर जैसे बड़े विश्वस्तरीय हवाई अड्डे के साथ आठ और हवाई अड्डों को चालू किया गया है। तेरह और हवाई अड्डों का निर्माण भी किया जाएगा। प्रदेश में दस शहरों, नोएडा, लखनऊ, गाजियाबाद, कानपुर, आगरी, मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज एवं झांसी में मेट्रो की स्थापना की गई है।

शिक्षा-स्वास्थ्य सुधार

सड़कें, रेल, हवाई अड्डे ही नहीं चल्कि रहने के लिए घर, स्कूल, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, मॉल, इन सुविधाओं का भी शहरी विकास में ध्यान रखा गया है। आठ नए राज्य विश्वविद्यालय, 70 नए राजकीय महाविद्यालय, 28 इंजीनियरिंग कालेज जैसी कई शैक्षिक संस्थाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि विद्यार्थियों को सही शिक्षा मिले और उद्योग एवं अन्य संस्थाओं को सेवा योग्य शिक्षित व्यक्ति मिल सकें। योगी जी ने केवल उद्योगों पर ही ध्यान नहीं दिया बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर भी लगातार काम किया है। 59 जनपदों में कम से कम एक मेडिकल कालेज की स्थापना हो चुकी है। आर्थिक विकास और औद्योगीकरण के लिए इनका बहुत महत्व है।

व्यवसाय सुधार

योगी जी के नेतृत्व में जरा सुनेर सरकार के 187 व्यवसाय सुधार कार्ययोजनाओं के मुख्मयों में से 166 सुझावों को श्रेणी में देश में दूसरे पायदान पर आओ श्रेणी में प्रदेश देश के बार बीमारू राज्यों की में ये परिणाम योगी सरकार के आर्थिक सुधारों की पहल का ही परिणाम है।उत्तर प्रदेश में हुई पहली इनवेस्टर समिट में 4,68,000 करोड़ रुपये के निवेश अनुबन्ध हुए थे और इसमे से लगभग तीन लाख करोड़ रुपए रुपए के निवेश की परियोजनाएं चालू भी हो गई है।

श्रम सुधार

योगी सरकार ने श्रम सुधार लागू किए हैं। ऑनलाइन एकीकृत पंजीकरण सुविधा भी लागू कर दी है। जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित करके केन्द्र सरकार के लैंड बैंक पोर्टल पर डाल दी गई है ताकि कम्पनियों को फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन की उपलब्धता पारदर्शी रूप में हो जाए। भवन निर्माण के लिए आवश्यक अनुमति तीव्रता से मिल रही रही है। है। उत्तर प्रदेश के उद्योग मित्र पोर्टल ने तो पारदर्शिता और सुविधा का नया मापदण्ड ही देश में स्थापित कर दिया है। सभी योजनाओं और आयामों में सरकार ने नौकरियों के सृजन को भी ध्यान में रखा है। पिछले वर्षों में 4,50,000 नई सरकारी नौकरियों में भर्ती भी की गई है।

औद्योगिक हब

गौतमबुद्धनगर में इलेकट्रॉनिक पार्क, कपड़ा उद्योग, फिल्म सिटी, मोबाइल फैक्ट्रियां, वाहनों के पुर्जे बनाने का उद्योग, मिडिया हब और शिक्षा संस्थाएं स्थापित हो रही हैं। माइक्रो साफ्ट, सैमसंग आदि अनेक वैश्विक कम्पनियां यहां अपना निवेश कर रही हैं। आज नोएडा शहर को देश में सबसे ज्यादा निवेश प्राप्त हो रहा है। अकेले नोएडा में पिछले कुछ वर्षों में 64,000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। गौतमबुद्धनगर जिला देश का सबसे उत्कृष्ट औद्योगिक निवेश वाला जिला बन कर उभरा है। कोरिया जैसे जैसे बड़े निवेशक देशों ने अपना कोरियन चैम्बर आफ कॉमर्स का कार्यालय भी नोएडा में खोल दिया है। रक्षा के क्षेत्र में भी देश के दो में से एक औद्योगिक पार्क उत्तर प्रदेश में ही बनेगा।

पर्यटन विकास

पर्यटन क्षेत्र को देखें तो उत्तर प्रदेश में कई स्थान हैं। योगी जी ने धार्मिक स्थानों और मंदिरों के नवीनीकरण एव विकास पर विशेष ध्यान दिया है। अयोध्या, मथुरा, काशी जैसे सात सौ के लगभग धार्मिक स्थलों का विकास कर इन स्थानों की अर्थव्यवस्था को पुनर्जागृत किया है। बौद्ध सर्किट, रामायण सर्किट, महाभारत सर्किट, शक्ति पीठ सर्किट, अध्यात्म सर्किट, जैन तथा सूफी सर्किट में पर्यटन सुविधाओं का विकास किया गया है। यही नहीं, कुम्भ के आयोजन को इतनी विशालता प्रदान कर दी कि वह अपने आप में धार्मिक अर्थव्यवस्था के विस्तार के लिए विश्वस्तर पर एक मिसाल बन गया है।

स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा

कोरोना संकट में प्रदेश के 40 लाख प्रवासी मजदूर वापस आए, उन्हें अपने ही ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार मिले, इसके लिए लघु एवं कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। एक जिला- एक उत्पाद की पहल गांवों एवं कस्बों में परंपरागत छोटे-छोटे उद्योगों नको बढावा दे रही है। हर जिले की अपनी अलग पहचान होगी और उससे संबधित उद्योग चेन स्थापित होंगे। अलीगढ़ में ताले, फिरोजाबाद में शीशे का काम, मेरठ में क्रिकेट का सामान, मुरादाबाद का पीतल उद्योग, मथुरा के पेड़े, काशी की सिल्क की साड़ियां, नोएडा का कपड़ा उद्योग, रामपुर में जरदोजी का काम, ऐसे सभी उद्योग चेन प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नया आयाम प्रदान कर रहे हैं।

किसान कल्याण

किसानों की आय को बढ़ाने पर भी योगी जी का पूरा ध्यान है। ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का तेजी से विस्तार, प्रधानमंत्री आवास योजना में घरों का निर्माण एवं सभी जनपदों में हर घर जल योजना से जल की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। योगी जी द्वारा निराश्रित गोंवंश के रख-रखाव एवं पशुपालन को बढ़ावा देने की विशेष पहल से किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान होगा।

उत्तर प्रदेश तैयार है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जो भारत को पांच खरब डॉलर की अर्थव्यस्था बनाने का लक्ष्य है, उसका मार्ग निश्चय ही उत्तर प्रदेश से होकर ही गुजरेगा। और योगी जी ने जो संकल्प लिया है कि हम प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक खरब डॉलर की कर देंगे, वह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति के फलस्वरूप जल्द पूरा होगा। जिस प्रकार से विश्वस्तर पर उत्तर प्रदेश उद्योगों की स्थापना के लिए आकर्षण का केन्द्र बन रहा है, इसमें देर नहीं है जब अपनी 23 करोड़ जनसंख्या और बड़ी भौगोलिक भूमि के कारण विशाल बाजार व्यवस्था का केन्द्र बनकर यह प्रदेश चीन को सीधा टक्कर दे दे। योगी आदित्यनाथ के सफल नेतृत्व और नरेन्द्र मोदी के मार्गदशन में उत्तर प्रदेश डबल इंजन की विकास की तीव्र गति से आगे बढ़ेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है।